आइजक न्यूटन द्वारा प्रतिपादित गति के तीन नियम किसी पिंड पर आरोपित force के अंतर्गत पिंड की गति की व्याख्या करते हैं !! गति के तीन नियम आधुनिक भौतिक विज्ञान के मूलभूत नियमों में से है !! या यूं कह सकते हैं कि यह नियम आधुनिक गति विज्ञान के मूलभूत सिद्धांत है !!
1. न्यूटन की गति का प्रथम नियम --
प्रत्येक वस्तु यदि स्थिर अवस्था में है तो स्थिर अवस्था में ही बनी रहना चाहती है ! एवं यदि गतिशील अवस्था में है तो गतिशील अवस्था में ही बनी रहना चाहेगी ! जब तक कि उस पर extrnal force नहीं लगाया जाए इसे जड़त्व का नियम भी कहते हैं ! इसे गैलीलियो का नियम भी कहते हैं
"इस नियम के अनुसार प्रत्येक पिंड में अपनी सरल रेखिक समान गति या विराम अवस्था को बनाए रखने की मौलिक प्रवृत्ति होती है ! पिंड द्वारा स्वत: ही इस अवस्था को परिवर्तित करने की प्रवृत्ति नहीं होती यही जड़त्व का नियम कहलाता है "
*For example - दौड़ता हुआ व्यक्ति ठोकर लगने पर आगे की ओर गिर पड़ता है
2. न्यूटन की गति का द्वितीय नियम --
संवेग परिवर्तन की दर आरोपित बल के समानुपाती होती है तथा गति की दिशा में ही है परिवर्तन होता है !!
माना m द्रव्यमान वाले किसी गतिशील पिंड का किसी समय t पर वेग v तथा इस पर आरोपित extrnal force F हो तो न्यूटन की गति के द्वितीय नियम से-
3. न्यूटन की गति का तृतीय नियम--
" प्रत्येक क्रिया के बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है"
For example - बंदूक द्वारा गोली दागने पर बंदूक का पीछे की ओर हटना
रॉकेट की गति
अतः प्रकृति में सभी बल युग्म के रूप में होते हैं स्वतंत्र एकल बल का अस्तित्व ही नहीं है
Newton's law of motion न्यूटन के गति के नियम
Reviewed by Hs sharma
on
January 27, 2018
Rating:
No comments: