Defence research and development organisation के integrated guided missile development programme के अनुसार बनाई गई missiles में से त्रिशूल भी एक है ! यह मिसाइल सतह से हवा (surface to air) में मार करने में सक्षम है इस मिसाइल की रेंज 9 km है तथा इसका उपयोग भारतीय सेनाओं के द्वारा किया जाता है त्रिशूल मिसाइल का पहला परीक्षण 5 जून 1989 को किया गया था इस मिसाइल का उपयोग कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों तथा missiles को ब्लास्ट(blast) करने में किया जाता है त्रिशूल मिसाइल का वजन 130 kg तथा इसकी लंबाई 3.1 m है BDL (Bharat dynamics Limited) के द्वारा इस मिसाइल का launch system develop किया गया है, तथा single stage solid fuel engine का उपयोग इस मिसाइल में किया गया है त्रिशूल मिसाइल की Warhead ले जाने की क्षमता 15 kg है यह मिसाइल "Supersonic speed" ध्वनि की गति से target पर हमला करती है और उसे नष्ट करने में सक्षम है इस missile के निर्माण की प्रक्रिया 1983 में प्रारंभ की गई और त्रिशूल मिसाइल के निर्माण की प्रक्रिया 1992 में संपन्न हुई इस मिसाइल के निर्माण में 2.82 बिलियन खर्च किए गई ! इस मिसाइल के द्वारा समुद्री इलाकों में कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों तथा मिसाइल इत्यादि आक्रमणकारी हथियारों को हवा में नष्ट किया जा सकता है भारतीय नौसेना के लिए इस मिसाइल का एक संस्करण तैयार किया गया उस संस्करण का नाम torpedo MK-2रखा गया
Missile name - trishul
Range - 9 km
weight - 130 kg
Lenght - 3.1 m
First test - 5 jun 1989
Mission cost - 2.82 billions
Velocity - supersonic speed
Warhead - 15 kg
Project start - 1983
Trishul missile
Reviewed by Hs sharma
on
March 01, 2018
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