अग्नि मिसाइल का निर्माण भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र के इंटीग्रेटेड guided मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम ( एकीकृत मिसाइल विकास कार्यक्रम ) के अनुसार किया गया है यह माध्यम से अंतरमहाद्वीपीय दूरी कि ballistic missile है यह मिसाइल मध्यम दूरी से अंतरमहाद्वीपीय दूरी तक मार करने में सक्षम है defence research and development organisation और Bharat dynamics Limited ने मिलकर इन missiles का निर्माण किया है इस मिसाइल के 2008 तक 3 संस्करण भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र launch कर चुका है !! इन मिसाइलों के निर्माण मैं इकाई लागत लगभग 25 करोड(3.65 millions US$-5.11 millions US$) से लेकर 35 करोड़ तक रुपए खर्च किए गए हैं
Prithvi-missile ke bare me jankari
1.Agni-1--
href="https://trendingphysics.blogspot.in/2018/02/prithvi-missile.html?m=1">अग्नि-1 , defence research and development organisation के integrated guided missile development programme के अनुसार बनने वाली अग्नि मिसाइल का पहला संस्करण है यह मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है यह मध्यम दूरी पर मार करने में सक्षम है ! इस मिसाइल की Range 700 km से 1250 km है तथा इसका वजन 12000 kg ( 12 टन ) है यह मिसाइल 15 मीटर लंबी तथा 1 मीटर चौड़ी है
जब इस मिसाइल से target लगाया जाता है और इसे प्रक्षेपित किया जाता है तो यह अपने single stage engine के साथ अधिकतम वेग 2.5 km/sec से target की और बढ़ती हुई उस पर आक्रमण करती है
इस मिसाइल की अधिकतम उड़ान ऊंचाई 300 किलोमीटर है guidance system (मार्गदर्शन प्रणाली) के रूप में इस मिसाइल में लिंग लेजर गायरो आईएनएस नेविगेशन सिस्टम (interracial navigation system ) का उपयोग किया गया है किस मिसाइल का पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था जब से यह मिसाइल सेवा में है तथा भारतीय सेनाओं के द्वारा इसका उपयोग किया जाता है
2.Agni II--
अग्नि-2, मध्यवर्ती दुरी की बैलिस्टिक missile है। भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र के एकीकृत मिसाइल विकास कार्यक्रम (integrated guided missile development programme) के अनुसार बनाई गई अग्नि मिसाइल का दूसरा संस्करण है इस मिसाइल का वजन 16000 kg है (1000kg war load include) तथा इसकी रेंज 2000 km से 3000 km के है
यह मिसाइल अत्याधुनिक तकनीकी से बनाई गई है मिसाइल में 2.5 stage ठोस प्रणोदक इंजन का उपयोग किया गया है जिसके साथ इसकी अधिकतम उड़ान ऊंचाई 405 km और यह अपने अधिकतम वेग 3.9 km/sec से अपने target पर आक्रमण करती है अग्नि-2 मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस होकर 1 टन पेलोड ले जाने में सक्षम है। 3000km तक के दायरे में इस्तेमाल की जाने वाली इस मिसाइल में तीन चरणों का प्रोपल्शन सिस्टम लगाया गया है। इसे हैदराबाद की प्रगत (उन्नत) प्रणाली प्रयोगशाला (Advanced Systems Laboratory) ने तैयार किया है। इस मिसाइल की लंबाई 21 m तथा चौड़ाई 1.3 m है भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र के द्वारा 11 अप्रैल 1999 को इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था इसका उपयोग भारतीय सेनाओं के द्वारा किया जाता है जबसे यह सेवा में है यह एडवांस मिसाइल है
3. Agni III--
अग्नि 3 , मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है यह पिछले दो मिसाइल के संस्करणों से एडवांस है इस का वजन 48000 kg है और इसकी लंबाई 17 m तथा व्यास 2 m है इस मिसाइल में advance guidence system का उपयोग किया गया है guidance system के रूप में Ring laser gyro-ins( inratial navigation system ) का उपयोग किया गया है तथा 2 stage solid thrust engine का उपयोग किया गया ह ै
जब इस मिसाइल से target लगाया जाता है तो यह अपनी range (3500-5000km) में 5 - 6 km/sec कि अधिकतम velocity से target पर आक्रमण करके उसे नष्ट करने में सक्षम है
4. Agni-4--
अग्नि-4 , मिसाइल को अग्नि-2 प्राइम, मिसाइल भी कहा जाता है यह मिसाइल 2014 से भारतीय सशस्त्र बल सेवा में है इस मिसाइल का पहला परीक्षण 15 नवंबर 2014 को किया गया था भारतीय रक्षा एवं विकास अनुसंधान केंद्र (DRDO)के द्वारा design अग्नि-4 मिसाइल का निर्माण भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL)के द्वारा किया गया है इस मिसाइल का वजन 17000 kg तथा इसकी लंबाई 20 m ( 66 फीट) है इस मिसाइल में 2 stage solid trust engine उपयोग किया गया है इसकी उड़ान ऊंचाई 900 किलोमीटर है और guidance system के रूप में Ring lesar gyro -ins( inertial navigation system ) का उपयोग किया गया है
यह मिसाइल अपनी रेंज 4000 km (2500) में 15 KILOTONE से 250किलोटन के मध्य warhead ले जाने में सक्षम है
5. Agni-5--
अग्नि-5 भारत की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है इस मिसाइल का निर्माण भारतीय रक्षा एवं विकास अनुसंधान केंद्र (DRDO) के द्वारा किया गया है इस मिसाइल के निर्माण के साथ भारत की गिनती उन 5 देशों के साथ होने लगी है जिनके पास अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है इस मिसाइल का वजन 50,000 kg तथा इसकी लंबाई 17 m है और इसका व्यास 2 m है यह मिसाइल 2014 से सेवा में है और यह मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस होकर 1tone payload ले जाने में सक्षम ह ै अग्नि-5 मिसाइल का warhead nuclear तथा इसका वारहेड वजन 1500 किलोग्राम है
यह मिसाइल अपनी रेंज 5000 किलोमीटर के दायरे में Ring lesar gyro-ins( invision navigation system ) के साथ target सटीक निशाना लगाने में सक्षम है
अग्नि-1 मिसाइल से लेकर अग्नि-5 मिसाइल तक आने में भारत को 10 साल का वक्त लगा है इसके साथ ही भारतीय सशस्त्र बल की ताकत में वृद्धि हुई तथा भारत विकास की ओर अग्रसर है इस मिसाइल के द्वारा attack only प्रधानमंत्री के आदेश पर ही किया जाता है 5 हजार किलोमीटर तक के दायरे में इस्तेमाल की जाने वाली इस मिसाइल में तीन चरणों का प्रोपल्शन सिस्टम लगाया गया है। इसे हैदराबाद की प्रगत (उन्नत) प्रणाली प्रयोगशाला (Advanced Systems Laboratory) ने तैयार किया है।
6. Agni-6--
अग्नि 6, अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है इसका वजन 55000-70000 kg है तथा इसकी लंबाई 20-40 m इस मिसाइल की चौड़ाई 2 मीटर है अग्नि 6 मिसाइल में Ring laser gyro-ins(inratial navigation system) guidance system के साथ 4 Stage solid fuel engine का उपयोग किया गया है इस मिसाइल का warhead न्यूक्लियर तथा warhead वजन 3 टन है
इस मिसाइल की मारक रेंज 8000 किलोमीटर से लेकर 12000 किलोमीटर के मध्य है इस मिसाइल को सड़क या रेल मोबाइल लांचर तथा पनडुब्बी के द्वारा लांच किया जा सकता है यह मिसाइल विकास की ओर अग्रसर है भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास केंद्र के द्वारा इस मिसाइल का निर्माण किया जा रहा है
Prithvi-missile ke bare me jankari
1.Agni-1--
href="https://trendingphysics.blogspot.in/2018/02/prithvi-missile.html?m=1">अग्नि-1 , defence research and development organisation के integrated guided missile development programme के अनुसार बनने वाली अग्नि मिसाइल का पहला संस्करण है यह मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है यह मध्यम दूरी पर मार करने में सक्षम है ! इस मिसाइल की Range 700 km से 1250 km है तथा इसका वजन 12000 kg ( 12 टन ) है यह मिसाइल 15 मीटर लंबी तथा 1 मीटर चौड़ी है
जब इस मिसाइल से target लगाया जाता है और इसे प्रक्षेपित किया जाता है तो यह अपने single stage engine के साथ अधिकतम वेग 2.5 km/sec से target की और बढ़ती हुई उस पर आक्रमण करती है
इस मिसाइल की अधिकतम उड़ान ऊंचाई 300 किलोमीटर है guidance system (मार्गदर्शन प्रणाली) के रूप में इस मिसाइल में लिंग लेजर गायरो आईएनएस नेविगेशन सिस्टम (interracial navigation system ) का उपयोग किया गया है किस मिसाइल का पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था जब से यह मिसाइल सेवा में है तथा भारतीय सेनाओं के द्वारा इसका उपयोग किया जाता है
2.Agni II--
अग्नि-2, मध्यवर्ती दुरी की बैलिस्टिक missile है। भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र के एकीकृत मिसाइल विकास कार्यक्रम (integrated guided missile development programme) के अनुसार बनाई गई अग्नि मिसाइल का दूसरा संस्करण है इस मिसाइल का वजन 16000 kg है (1000kg war load include) तथा इसकी रेंज 2000 km से 3000 km के है
यह मिसाइल अत्याधुनिक तकनीकी से बनाई गई है मिसाइल में 2.5 stage ठोस प्रणोदक इंजन का उपयोग किया गया है जिसके साथ इसकी अधिकतम उड़ान ऊंचाई 405 km और यह अपने अधिकतम वेग 3.9 km/sec से अपने target पर आक्रमण करती है अग्नि-2 मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस होकर 1 टन पेलोड ले जाने में सक्षम है। 3000km तक के दायरे में इस्तेमाल की जाने वाली इस मिसाइल में तीन चरणों का प्रोपल्शन सिस्टम लगाया गया है। इसे हैदराबाद की प्रगत (उन्नत) प्रणाली प्रयोगशाला (Advanced Systems Laboratory) ने तैयार किया है। इस मिसाइल की लंबाई 21 m तथा चौड़ाई 1.3 m है भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र के द्वारा 11 अप्रैल 1999 को इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था इसका उपयोग भारतीय सेनाओं के द्वारा किया जाता है जबसे यह सेवा में है यह एडवांस मिसाइल है
3. Agni III--
अग्नि 3 , मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है यह पिछले दो मिसाइल के संस्करणों से एडवांस है इस का वजन 48000 kg है और इसकी लंबाई 17 m तथा व्यास 2 m है इस मिसाइल में advance guidence system का उपयोग किया गया है guidance system के रूप में Ring laser gyro-ins( inratial navigation system ) का उपयोग किया गया है तथा 2 stage solid thrust engine का उपयोग किया गया ह ै
जब इस मिसाइल से target लगाया जाता है तो यह अपनी range (3500-5000km) में 5 - 6 km/sec कि अधिकतम velocity से target पर आक्रमण करके उसे नष्ट करने में सक्षम है
4. Agni-4--
अग्नि-4 , मिसाइल को अग्नि-2 प्राइम, मिसाइल भी कहा जाता है यह मिसाइल 2014 से भारतीय सशस्त्र बल सेवा में है इस मिसाइल का पहला परीक्षण 15 नवंबर 2014 को किया गया था भारतीय रक्षा एवं विकास अनुसंधान केंद्र (DRDO)के द्वारा design अग्नि-4 मिसाइल का निर्माण भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL)के द्वारा किया गया है इस मिसाइल का वजन 17000 kg तथा इसकी लंबाई 20 m ( 66 फीट) है इस मिसाइल में 2 stage solid trust engine उपयोग किया गया है इसकी उड़ान ऊंचाई 900 किलोमीटर है और guidance system के रूप में Ring lesar gyro -ins( inertial navigation system ) का उपयोग किया गया है
यह मिसाइल अपनी रेंज 4000 km (2500) में 15 KILOTONE से 250किलोटन के मध्य warhead ले जाने में सक्षम है
5. Agni-5--
अग्नि-5 भारत की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है इस मिसाइल का निर्माण भारतीय रक्षा एवं विकास अनुसंधान केंद्र (DRDO) के द्वारा किया गया है इस मिसाइल के निर्माण के साथ भारत की गिनती उन 5 देशों के साथ होने लगी है जिनके पास अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है इस मिसाइल का वजन 50,000 kg तथा इसकी लंबाई 17 m है और इसका व्यास 2 m है यह मिसाइल 2014 से सेवा में है और यह मिसाइल परमाणु हथियारों से लैस होकर 1tone payload ले जाने में सक्षम ह ै अग्नि-5 मिसाइल का warhead nuclear तथा इसका वारहेड वजन 1500 किलोग्राम है
यह मिसाइल अपनी रेंज 5000 किलोमीटर के दायरे में Ring lesar gyro-ins( invision navigation system ) के साथ target सटीक निशाना लगाने में सक्षम है
अग्नि-1 मिसाइल से लेकर अग्नि-5 मिसाइल तक आने में भारत को 10 साल का वक्त लगा है इसके साथ ही भारतीय सशस्त्र बल की ताकत में वृद्धि हुई तथा भारत विकास की ओर अग्रसर है इस मिसाइल के द्वारा attack only प्रधानमंत्री के आदेश पर ही किया जाता है 5 हजार किलोमीटर तक के दायरे में इस्तेमाल की जाने वाली इस मिसाइल में तीन चरणों का प्रोपल्शन सिस्टम लगाया गया है। इसे हैदराबाद की प्रगत (उन्नत) प्रणाली प्रयोगशाला (Advanced Systems Laboratory) ने तैयार किया है।
6. Agni-6--
अग्नि 6, अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है इसका वजन 55000-70000 kg है तथा इसकी लंबाई 20-40 m इस मिसाइल की चौड़ाई 2 मीटर है अग्नि 6 मिसाइल में Ring laser gyro-ins(inratial navigation system) guidance system के साथ 4 Stage solid fuel engine का उपयोग किया गया है इस मिसाइल का warhead न्यूक्लियर तथा warhead वजन 3 टन है
इस मिसाइल की मारक रेंज 8000 किलोमीटर से लेकर 12000 किलोमीटर के मध्य है इस मिसाइल को सड़क या रेल मोबाइल लांचर तथा पनडुब्बी के द्वारा लांच किया जा सकता है यह मिसाइल विकास की ओर अग्रसर है भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास केंद्र के द्वारा इस मिसाइल का निर्माण किया जा रहा है
Agni missile
Reviewed by Hs sharma
on
February 17, 2018
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