सूर्य (sun).....
क
दोस्तों आज मैं आपको सूर्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी बताऊंगा।।।
...
.... सूर्य हमारे सौरमंडल का केंद्र है । सूर्य का जन्म 4.5 बिलियन साल पहले हुआ था । ..................
सूर्य एक मुख्य G- type मुख्य अनुक्रम प्रकार का तारा है।। सूर्य के चारों ओर खगोलीय पिंड जैसे पृथ्वी बृहस्पति शनि शुक्र आदि गृह और अन्य खगोलीय पिंड धूमकेतु आदि चक्कर लगाते हैं।
सूर्य हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा तारा है। सूर्य के अंदर नाभिकीय संलयन अभिक्रिया होती जिसके कारण ऊर्जा उत्पन्न होती है।
सूर्य में नाभिकीय संलयन अभिक्रिया का स्रोत मुख्यत हाइड्रोजन और हीलियम होता है। सूर्य के भार के अनुसार उसके घटक इस प्रकार है कि ।। सूर्य में हाइड्रोजन 71 प्रतिशत होता है तथा हीलियम 26.5 प्रतिशत होता है ।और और 2.5 % के अंतर्गत सूर्य में रासायनिक मिश्रण होता है।

हम यह कह सकते हैं कि सूर्य हीलियम और हाइड्रोजन का बना होता है।
सूर्य के प्रकाश को उसके केंद्र से सतह पर आने में मिलियन साल लग जाते हैं।। सूर्य तथा पृथ्वी के मध्य की दूरी अधिकतम 15.20 करोड़ किलोमीटर है ।सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 16.6 सेकंड का समय लेता है ।
सूर्य सूर्य मंडल के कुल द्रव्यमान का 99.86 प्रतिशत अपने अंदर समाविष्ट करता है।। सूर्य का पलायन वेग उसकी सतह से 617.7 km/s हैं
सूर्य का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान से 3,32,900 गुना अधिक है सूर्य की सतह का पाठ्यक्रम 5778 केल्विन है सूर्य का आयतन पृथ्वी के आयतन से 13,00,000 गुना अधिक है सूर्य ठोस नहीं है बल्कि यह प्लाज्मा का बना हुआ है
सूर्य का केंद्र उसके कोर से लेकर त्रिज्या के लगभग 20 से 25% तक फैला हुआ माना गया है। इसका घनत्व पानी के घनत्व के लगभग 150 गुना और तापमान 15.7 करोड़ केल्विन के करीब है सूर्य में उर्जा का उत्पादन प्रोटोन - प्रोटोन ( p -p)कहलाने वाली एक चरणबद्ध नाभिकीय संलयन अभिक्रिया के माध्यम से होता है सूर्य के प्रकाश का वेग 3 लाख km/s है।
99% ऊर्जा सूर्य की त्रिज्या के 24% भाग के द्वारा उत्पन्न होती है तथा त्रिज्या 30% भाग के द्वारा संलयन लगभग पूर्ण तरह से बंद हो चुका है सूर्य आज सबसे अधिक स्थिर अवस्था में अपने जीवन के करीबन आधे रास्ते पर है |
इसमे कई अरब वर्षों से नाटकीय रूप से कोई बदलाव नहीं हुआ है, और आगामी कई वर्षों तक यूँ ही अपरिवर्तित बना रहेगा | हालांकि, एक स्थिर हाइड्रोजन-दहन काल के पहले का और बाद का तारा बिलकुल अलग होता है |
क
दोस्तों आज मैं आपको सूर्य के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी बताऊंगा।।।
...
.... सूर्य हमारे सौरमंडल का केंद्र है । सूर्य का जन्म 4.5 बिलियन साल पहले हुआ था । ..................
सूर्य एक मुख्य G- type मुख्य अनुक्रम प्रकार का तारा है।। सूर्य के चारों ओर खगोलीय पिंड जैसे पृथ्वी बृहस्पति शनि शुक्र आदि गृह और अन्य खगोलीय पिंड धूमकेतु आदि चक्कर लगाते हैं।
सूर्य हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा तारा है। सूर्य के अंदर नाभिकीय संलयन अभिक्रिया होती जिसके कारण ऊर्जा उत्पन्न होती है।
सूर्य में नाभिकीय संलयन अभिक्रिया का स्रोत मुख्यत हाइड्रोजन और हीलियम होता है। सूर्य के भार के अनुसार उसके घटक इस प्रकार है कि ।। सूर्य में हाइड्रोजन 71 प्रतिशत होता है तथा हीलियम 26.5 प्रतिशत होता है ।और और 2.5 % के अंतर्गत सूर्य में रासायनिक मिश्रण होता है।
हम यह कह सकते हैं कि सूर्य हीलियम और हाइड्रोजन का बना होता है।
सूर्य के प्रकाश को उसके केंद्र से सतह पर आने में मिलियन साल लग जाते हैं।। सूर्य तथा पृथ्वी के मध्य की दूरी अधिकतम 15.20 करोड़ किलोमीटर है ।सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 16.6 सेकंड का समय लेता है ।
सूर्य सूर्य मंडल के कुल द्रव्यमान का 99.86 प्रतिशत अपने अंदर समाविष्ट करता है।। सूर्य का पलायन वेग उसकी सतह से 617.7 km/s हैं
सूर्य का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान से 3,32,900 गुना अधिक है सूर्य की सतह का पाठ्यक्रम 5778 केल्विन है सूर्य का आयतन पृथ्वी के आयतन से 13,00,000 गुना अधिक है सूर्य ठोस नहीं है बल्कि यह प्लाज्मा का बना हुआ है
सूर्य का केंद्र उसके कोर से लेकर त्रिज्या के लगभग 20 से 25% तक फैला हुआ माना गया है। इसका घनत्व पानी के घनत्व के लगभग 150 गुना और तापमान 15.7 करोड़ केल्विन के करीब है सूर्य में उर्जा का उत्पादन प्रोटोन - प्रोटोन ( p -p)कहलाने वाली एक चरणबद्ध नाभिकीय संलयन अभिक्रिया के माध्यम से होता है सूर्य के प्रकाश का वेग 3 लाख km/s है।
99% ऊर्जा सूर्य की त्रिज्या के 24% भाग के द्वारा उत्पन्न होती है तथा त्रिज्या 30% भाग के द्वारा संलयन लगभग पूर्ण तरह से बंद हो चुका है सूर्य आज सबसे अधिक स्थिर अवस्था में अपने जीवन के करीबन आधे रास्ते पर है |
इसमे कई अरब वर्षों से नाटकीय रूप से कोई बदलाव नहीं हुआ है, और आगामी कई वर्षों तक यूँ ही अपरिवर्तित बना रहेगा | हालांकि, एक स्थिर हाइड्रोजन-दहन काल के पहले का और बाद का तारा बिलकुल अलग होता है |
Sun ( सूर्य)
Reviewed by Hs sharma
on
September 26, 2017
Rating:
Reviewed by Hs sharma
on
September 26, 2017
Rating:



No comments: